अर्चना कुमारी अजमेर में दुष्कर्म, धमकाने और जबरन वसूली के आरोप में छह लोगों को गिरफ्तार किया गया और एक नाबालिग को हिरासत में लिया गया।
पुलिस ने बताया कि 31 मई को क्रिश्चियनगंज थाने में सात आरोपियों के खिलाफ नाबालिग लड़की से दुष्कर्म, ब्लैकमेल और जबरन वसूली के आरोप में प्राथमिकी दर्ज होने के बाद यह कार्रवाई की गई।
पुलिस ने रविवार को मुख्य आरोपी इरफान समेत दो लोगों को गिरफ्तार किया और एक नाबालिग को हिरासत में लिया तथा सोमवार को 19-20 साल की उम्र के चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
अजमेर पुलिस अधीक्षक देवेंद्र विश्नोई ने बताया कि आरोपी आनासागर चौपाटी और आनासागर झील से सटे स्थानों के आसपास घूमते हैं और सोशल मीडिया, खासकर इंस्टाग्राम के जरिए स्कूली लड़कियों को निशाना बनाते हैं।
अजमेर पुलिस महानिरीक्षक लता मनोज कुमार ने मामले की विस्तृत जांच के लिए एक एसआईटी का गठन किया है ताकि पता लगाया जा सके कि क्या कोई और भी इनका शिकार हुआ है।
अजमेर के क्षेत्राधिकारी (उत्तर) और जांच अधिकारी रुद्र प्रकाश शर्मा ने बताया कि चार अन्य आरोपियों- रज्जाक कठात, इमरान खान, असलम खान और मुबारक खान को सोमवार को गिरफ्तार कर लिया गया।
उन्होंने बताया कि इरफान ने दिसंबर में सोशल मीडिया के जरिए नाबालिग लड़की से दोस्ती की। उसने उसकी इंस्टाग्राम आईडी का पार्सवड मांगा और लड़की के दोस्तों को मैसेज और मॉफ्र्ड फोटो भेजे।
पुलिस ने बताया कि इरफान ने उसके साथ दुष्कर्म किया और उसे ब्लैकमेल किया। यह अपराध तीन से चार महीने तक चलता रहा, बाद में उसने लड़की से पैसे ऐंठने शुरू कर दिए।
उन्होंने बताया कि अन्य आरोपी उसके साथी हैं और उनकी भूमिका की जांच की जा रही है। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि पीड़िता के पिता ने लड़की को पैसे चुराते देख लिया था जिसके बाद उन्होंने उससे पूछताछ की और मामला प्रकाश में आया और प्राथमिकी दर्ज की गई।
उन्होंने बताया कि आरोपी सोशल मीडिया पर लड़कियों को फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजते हैं और एक बार जब वे उनके जाल में फंस जाती हैं तो उन्हें ब्लैकमेल करते हैं और आर्थिक मदद मांगते हैं। उन्होंने बताया कि आरोपी घटनास्थलों पर कैमरा लेकर घूमते थे और फोटो खींचते थे।
उन्होंने बताया कि जांच में पता चला कि आरोपियों ने गिरोह बनाकर इंस्टाग्राम आईडी से मैसेज कर कई लड़कियों को अपने जाल में फंसाया है। जाल में फंसने वाली लड़कियों में खास तौर पर स्कूल और कोंिचग सेंटर में पढने वाली नाबालिग लड़कियां शामिल हैं।
उन्होंने बताया कि गिरोह के सदस्य धोखे से उनसे दोस्ती करते हैं और अश्लील फोटो और वीडियो चैट के जरिए उन्हें ब्लैकमेल कर उनसे संबंध बनाते हैं और बाद में पैसे ऐंठ लेते हैं। बाद में सभी आरोपी उस पैसे से मौज-मस्ती करते हैं और अपने महंगे शौक पूरे करते हैं।
मामले को गंभीरता से लेते हुए राजस्थान विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने अजमेर पुलिस अधीक्षक और अन्य वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों से बात की और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए।
अजमेर निवासी देवनानी ने कहा कि अजमेर में एक समुदाय विशेष के लोगों द्वारा मासूम लड़कियों को बहला-फुसलाकर उनके साथ अपराध करने की घटनाएं सामने आ रही हैं और पुलिस को सख्त कार्रवाई करनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि दोषियों को सख्त सजा दी जाएगी। उन्होंने कहा कि जरूरत पड़ी तो दोषियों की संपत्ति पर बुलडोजर चलाने से भी पीछे नहीं हटेंगे।
उन्होंने कहा कि अजमेर में ब्लैकमेल करने की घटना दोबारा नहीं होने दी जाएगी, आरोपी चाहे कितने भी प्रभावशाली क्यों न हों, उन्हें बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने कहा कि पुलिस को पूरे मामले की गहनता से जांच करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि यह कोई सामान्य व्यक्तिगत अपराध नहीं है, बल्कि एक गिरोह द्वारा किया जा रहा सुनियोजित अपराध है।
इस बीच, भाजपा ने पुलिस अधीक्षक कार्यालय पर प्रदर्शन किया और पुलिस अधिकारी को ज्ञापन देकर आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की।
अजमेर नगर निगम के उप महापौर नीरज जैन ने कहा कि पुलिस को जांच का दायरा बढाकर यह पता लगाना चाहिए कि प्राथमिकी में दर्ज आरोपियों के अलावा इस मामले में और कितने लोग शामिल हैं।