अर्चना कुमारी दिल्ली सरकार को केजरीवाल के जेल जाने की चिंता है और केंद्र को फिर से सत्ता चाहिए लेकिन भीषण गर्मी में राजधानी के आम आदमी ठगा महसूस कर रहा।
इस बीच शुक्रवार देर रात दिल्ली में आग लगने का बड़ा हादसा हुआ। अचानक शॉर्ट सर्किट से लगी आग की चपेट में आकर कश्मीरी गेट मेट्रो स्टेशन थाना परिसर जल गया।
कश्मीरी गेट थाना परिसर में ही मेट्रो पुलिस उपायुक्त का कार्यालय भी था। आग की चपेट में आकर थाने के 15 और पुलिस उपायुक्त कार्यालय के 18 कमरे भी जलकर खाक हो गए।
डीसीपी मेट्रो स्थान पर उनका काम देख रहे रेलवे पुलिस उपायुक्त केपीएस मल्होत्रा ने बताया कि आग में थाने के कमरों में रखी कई केसों की महत्वपूर्ण फाइलें, कंप्यूटर, फर्नीचर व अन्य सामान जल गया।
आग से खाली कंपाउंड में लगे पेड़ और बिखड़ी पड़ी पत्तियां भी जलकर खाक होने लगी। हालांकि बैरेक में सो रहे पुलिसकर्मी समय पर निकल गए।
दरअसल फायर कंट्रोल रूम को रात 12:45 पर आग लगने की सूचना मिली थी। मौके पर अलग-अलग फायर स्टेशनों से आग बुझाने वाली 12 गाड़ियां पहुंची।
फायर कर्मियों की टीम ने एक घंटा 20 मिनट में आग पर काबू पाया। लेकिन तब तक बहुत कुछ जल चुका था, सिर्फ इस परिसर का एक कोने का हिस्सा बचाया गया। कुछ फाइलें बची बाकी सब कुछ आग की चपेट में आकर खाक हो गया।
इस दौरान वहां पर रात में अफरा तफरी का माहौल बना रहा। पुलिसकर्मी बाहर खड़े होकर अपने डीसीपी ऑफिस थाना को जलते हुए देख रहे थे।
लेकिन सब बेबस थे, क्योंकि आग ही इतनी ज्यादा फैल चुकी थी कि उसपर काबू करना सिर्फ फायर ब्रिगेड के हाथ में था। चारो तरफ आग की लपटें और धुंए का गुब्बार दिखाई दे रहा था। देर रात 2:05 पर आग पर फायर कर्मियों ने काबू पाया उसके बाद कूलिंग की गई।
आग बिल्डिंग के बीच वाले हिस्से से लगी थी और देखते ही देखते पूरे परिसर में आग फैल गई। देर रात होने के कारण सड़कें खाली थी। फायर ब्रिगेड की गाड़ियां मौके पर तुरंत तुरंत पहुंचनी शुरू हो गई। लेकिन तब तक बहुत देर हो चुका था। आग लगने का कारण शॉर्ट सर्किट ही अंदाजा लगाया जा रहा है।
इस दौरान बाहर लोगों की भीड़ इकट्ठा हो गई, उन्हें समझ में नहीं आ रहा था। क्योंकि उन्होंने जलता हुआ थाना, डीसीपी और एसीपी ऑफिस शायद पहली बार देखा ।