अर्चना कुमारी भारतीय सेना ने अपनी तरह की पहली त्वचा बैंक सुविधा शुरू की है जिसका उद्देश्य सैन्यकर्मियों और उनके परिवारों के लिए गंभीर रूप से जलने और अन्य त्वचा संबंधी रोगों के उपचार में क्रांतिकारी बदलाव लाना है।
रक्षा मंत्रालय ने मंगलवार को एक बयान में कहा कि त्वचा बैंक में प्लास्टिक सर्जन, ऊतक इंजीनियर और विशेष तकनीशियनों सहित उच्च प्रशिक्षित चिकित्सा पेशेवरों की एक टीम काम करेगी। उसने कहा कि यहां सेना अस्पताल (रिसर्च एंड रेफरल) ने सशस्त्र बल चिकित्सा सेवा में अपनी तरह की पहली त्वचा बैंक सुविधा खोलने की घोषणा की है।
चिकित्सा सेवा महानिदेशक (डीजीएमएस) (सेना) और कर्नल कमांडेंट लेफ्टिनेंट जनरल अरमिंदम चटर्जी ने इस त्वचा बैंक के उद्घाटन को सेना के सदस्यों के स्वास्थ्य और कल्याण के प्रति अटूट प्रतिबद्धता का प्रमाण बताया